सदियों पहले जब संकटासूर का आतंक धरती पर फैलने लगा था तो उस समय शप्तऋषि, अर्थात सातों महात्माओ ने अपने तप बल से उनकी शक्तियों को छिन्न-भिन्न कर दिया था जिससे वो लम्बे समय के लिए शक्तिहीन हो गया था ! अब वर्तमान में एक बार फिर से वो जागृत हो चूका है लेकिन इस बार उसे रोकने के लिए न तो शप्तऋषि है और न ही उनकी ताकत तो फिर कौन रोकेगा उनके आतंक को ? जरुर पढ़े शापित राक्षस ( भाग - 2)
लेखक - राम कुमार महतो & संजय वर्मा
भाषा - हिंदी
फोर्मेट - P D F
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