संकटासूर की शाक्तियों का एक भाग मुंबई के म्यूजियम में रखा होता है, ये बाते संकटासूर अपनी शक्तियों से जान लेता है और पहुँच जाता है मुंबई ! जहाँ उसका रास्ता रोके खड़ा होता हाई मुंबई का बाप डोगा फिर दोनों में होती है रूहों को कंपा देने वाला खुनी जंग क्या हुआ अंजाम जानने के लिए पढ़े शापित राक्षस ( भाग - 8 )
शापित राक्षस ( भाग - 8 )
लेखक - राम कुमार महतो & संजय वर्मा
भाषा - हिंदी
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